दूसरा Sawan सोमवार 2024: शिव जी को प्रसन्न करने का सुनहरा अवसर, जानें शुभ मुहूर्त और व्रत की कथा
डेली समाचार,पंजाब | Sawan: सावन का महीना हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह महीना भगवान शिव की उपासना के लिए समर्पित होता है। इस साल सावन के महीने में कुल पाँच सोमवार पड़ेंगे, और भक्तजन इन दिनों को विशेष रूप से पूजते हैं। इस लेख में, हम दूसरे सावन सोमवार की तारीख, पूजा मुहूर्त, व्रत का महत्व और उससे जुड़ी कथा के बारे में पूरी जानकारी देंगे।
यह भी पढ़ें: HCL Tech के CEO Vijaykumar ने तोड़ा कमाई का रिकॉर्ड, जानें कैसे बने सबसे ज्यादा कमाने वाले भारतीय CEO
दूसरा Sawan सोमवार 2024 की तारीख
दूसरा सावन सोमवार इस साल 29 जुलाई 2024 को है। इस दिन भगवान शिव की पूजा और व्रत करने से जीवन में सुख-समृद्धि और सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है।
दूसरा Sawan सोमवार 2024 का मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:17 – सुबह 04:59
- अभिजित मुहूर्त: दोपहर 12:00 – दोपहर 12:55
- अमृत काल: सुबह 06:17 – सुबह 07:50
सावन Sawan व्रत का महत्व
सोमवार का दिन चंद्र ग्रह का होता है और चंद्रमा के नियंत्रक भगवान शिव होते हैं। इस दिन शिव जी की पूजा करने से चंद्रमा की कृपा के साथ-साथ भगवान शिव की भी विशेष कृपा प्राप्त होती है। सावन का सोमवार विशेष रूप से विवाह और संतान से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए अचूक माना जाता है।
व्रत की शुरुआत ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करके की जाती है। इसके बाद भगवान शिव की पूजा की जाती है। शिवलिंग पर जल, बेलपत्र, धतूरा, भांग, सफेद चंदन, और अक्षत अर्पित किए जाते हैं। घी का दीपक जलाकर शिव मंत्रों का जाप किया जाता है।
शिव पूजा का मंत्र
नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय महेश्वराय।
नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै नकाराय नमः शिवाय।।
दूसरे Sawan सोमवार का उपाय
जिन लोगों की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या चल रही है, वे सावन के दूसरे सोमवार पर शनि देव को काले तिल और अपराजिता का फूल अर्पित करें। मान्यता है कि इससे शनि की पीड़ा से मुक्ति मिलती है और जीवन में तरक्की के रास्ते खुलते हैं।
व्रत की कथा
सावन सोमवार व्रत की कथा के अनुसार, एक समय की बात है, एक ब्राह्मण परिवार में एक पुत्री का जन्म हुआ। वह पुत्री अत्यंत धार्मिक और भगवान शिव की उपासक थी। उसका विवाह एक अच्छे परिवार में हुआ लेकिन कुछ समय बाद ही उसका पति मर गया। पुत्री ने भगवान शिव की उपासना करते हुए सावन सोमवार का व्रत करना शुरू किया। उसकी भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उसे आशीर्वाद दिया और वह फिर से अपने पति के साथ सुखी जीवन बिताने लगी। इस कथा के माध्यम से यह संदेश मिलता है कि सावन सोमवार का व्रत करने से भगवान शिव की कृपा से सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान होता है।
सावन सोमवार व्रत की विधि
- व्रत करने वाले व्यक्ति को सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए और स्वच्छ वस्त्र धारण करने चाहिए।
- पूजा के लिए एक साफ स्थान पर शिवलिंग स्थापित करें।
- जल, बेलपत्र, धतूरा, भांग, सफेद चंदन, अक्षत, फूल, फल, घी का दीपक, धूप, और नैवेद्य (प्रसाद) पूजन सामग्री तैयार रखें।
- सबसे पहले शिवलिंग पर जल और दूध से अभिषेक करें।
- शिवलिंग पर बेलपत्र और फूल चढ़ाएं।
- घी का दीपक जलाकर शिव जी की आरती करें।
- शिव पूजा मंत्रों का जाप करें।
- व्रत कथा का पाठ या श्रवण करें।
- दिनभर व्रत रखकर फलाहार करें और संध्या को व्रत खोलें।