डेली समाचार, पंजाब | Punjab News: पंजाब के अमृतसर शहर में स्थित श्री हरिमंदिर साहिब, जिसे गोल्डन टेम्पल भी कहा जाता है, दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण और पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक है। यहां हर दिन लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से दर्शन करने आते हैं। लेकिन पिछले कुछ समय से श्रद्धालुओं के लिए यहां आने वाले रास्तों पर शराब, मीट और पान-बीड़ी की दुकानों का होना चिंता का विषय बना हुआ था।
Punjab News: समाज सुधार संस्था की मुहिम
समाज सुधार संस्था पंजाब के प्रधान रणजीत सिंह भोमा ने इस स्थिति को सुधारने के लिए एक मुहिम शुरू की। इस मुहिम का उद्देश्य उन दुकानों को बंद करवाना था जो हरिमंदिर साहिब जाने वाले रास्तों पर स्थित हैं और श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा रही हैं।
ज्ञानी गुरमिंद्र सिंह और ज्ञानी केवल सिंह ने रणजीत सिंह भोमा की इस मुहिम का समर्थन किया और इसे एक सराहनीय कदम बताया। उन्होंने अन्य समाज सेवी संस्थाओं और समुदाय के लोगों से अपील की कि वे भी इस मुहिम में सहयोग करें ताकि मिलकर इन दुकानों को हटाया जा सके और श्रद्धालुओं के लिए पवित्र वातावरण बनाया जा सके।
श्रद्धालुओं की चिंता
भाई भोमा ने कहा कि अमृतसर के गुरुद्वारा धन-धन बाबा दीप सिंह जी शहीद, श्री दुर्ग्याणा मंदिर और अन्य धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आते हैं। इन धार्मिक स्थानों पर जाने वाले रास्तों में शराब के ठेके और पान-बीड़ी की दुकानें उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाती हैं और उन्हें असुविधा होती है।
भाई भोमा ने बताया कि पिछले 13 वर्षों से वे हर माह डिप्टी कमिश्नर और श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदारों को मांग पत्र भेजते आ रहे हैं। लेकिन प्रशासन के अधिकारी इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। उन्होंने प्रशासन की उदासीनता की कड़ी आलोचना की और कहा कि अधिकारी कुंभकर्ण की नींद सोए हुए हैं।
समाज का समर्थन
भाई भोमा की इस मुहिम को समाज के विभिन्न वर्गों का समर्थन मिल रहा है। लोग अब इस मुहिम में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं और इन दुकानों को हटाने के प्रयास में साथ दे रहे हैं। समाज के लोग मानते हैं कि यह पहल केवल धार्मिक स्थलों के सम्मान की बात नहीं है, बल्कि यह समाज में स्वच्छता और पवित्रता बनाए रखने की भी एक बड़ी कोशिश है।