डेली समाचार,पंजाब | Kamika Ekadashi Vrat 2024: कामिका एकादशी हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है और इसे भगवान विष्णु की आराधना के लिए जाना जाता है। इस एकादशी के व्रत से पापों का नाश होता है और व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। आइए जानें कामिका एकादशी 2024 की सही तारीख, पूजा मुहूर्त, व्रत की विधि और इससे जुड़ी कथा के बारे में।
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Kamika Ekadashi 2024 की सही तारीख
सावन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 30 जुलाई 2024 को शाम 04:44 बजे शुरू होगी और 31 जुलाई 2024 को दोपहर 03:55 बजे समाप्त होगी। व्रत उदयातिथि से मान्य होता है, इसलिए कामिका एकादशी का व्रत 31 जुलाई 2024 को रखा जाएगा।
Kamika Ekadashi पर पूजा मुहूर्त
- लाभ (उन्नति): सुबह 05:42 – सुबह 07:23
- अमृत (सर्वोत्तम): सुबह 07:23 – सुबह 09:05
- शुभ (उत्तम): सुबह 10:46 – दोपहर 12:27
Kamika Ekadashi व्रत पारण समय
- पारण समय: 1 अगस्त 2024 को सुबह 05:43 – सुबह 08:24
Kamika Ekadashi का महत्व
कामिका एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति को पुण्य फल की प्राप्ति होती है और उसके सभी पापों का नाश होता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। ब्रह्माजी ने देवर्षि नारद को बताया कि जो लोग पाप से भयभीत होते हैं, उन्हें कामिका एकादशी का व्रत जरूर करना चाहिए।
Kamika Ekadashi व्रत की विधि
- व्रत रखने वाले व्यक्ति को सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए और स्वच्छ वस्त्र धारण करना चाहिए।
- पूजा के लिए एक साफ स्थान पर भगवान विष्णु की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
- जल, फूल, फल, तिल, दूध, पंचामृत, तुलसी के पत्ते, धूप, दीपक और नैवेद्य (प्रसाद) पूजन सामग्री तैयार रखें।
- भगवान विष्णु की प्रतिमा पर जल और पंचामृत से अभिषेक करें।
- भगवान विष्णु की प्रतिमा पर तुलसी दल और फूल चढ़ाएं।
- घी का दीपक जलाकर भगवान विष्णु की आरती करें।
- भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें।
- व्रत कथा का पाठ या श्रवण करें।
- दिनभर व्रत रखकर फलाहार करें और संध्या को व्रत खोलें।
Kamika Ekadashi व्रत कथा
कामिका एकादशी व्रत की कथा के अनुसार, एक बार एक राजा ने अपने राज्य में पाप और अन्याय का नाश करने के लिए कामिका एकादशी का व्रत किया। इस व्रत के प्रभाव से राजा के सभी पाप नष्ट हो गए और उसे मोक्ष की प्राप्ति हुई। इस कथा से यह संदेश मिलता है कि कामिका एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति के सभी पाप समाप्त हो जाते हैं और उसे भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
कामिका एकादशी के उपाय
- परिवार में खुशहाली: अगर परिवार में कोई अनबन चल रही है तो कामिका एकादशी के दिन पूजा करते समय दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर भगवान विष्णु को अर्पित करें और पूजा के बाद उस जल को पूरे परिवार के सदस्यों को प्रसाद के रूप में बांटें। इससे परिवार में एकता बढ़ती है।
- कर्ज की समस्या: कामिका एकादशी पर शाम को पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाएं और घी का दीपक जलाएं। माना जाता है कि पीपल के वृक्ष में भगवान विष्णु का वास होता है। ऐसा करने से कर्ज की समस्या से मुक्ति मिलती है।
कामिका एकादशी भगवान विष्णु की पूजा और आराधना का विशेष दिन है। इस दिन व्रत और पूजा करने से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति प्राप्त होती है। इसलिए, कामिका एकादशी का व्रत पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ करें और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करें।